🔱 रुद्राक्ष का आकार, वजन और शक्ति: भ्रम बनाम सच्चाई | Rudraksha Size, Weight & Power – Myths vs. Reality
🔱 रुद्राक्ष का आकार, वजन और शक्ति: भ्रम बनाम सच्चाई | Rudraksha Size, Weight & Power – Myths vs. Reality
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तीन मुखी रुद्राक्ष एक ऐसा दिव्य रत्न है जो ना केवल पाचन शक्ति को बढ़ाता है, बल्कि आत्मबल, आत्मविश्वास, और ऊर्जा संतुलन को भी पुनः स्थापित करता है। यह रुद्राक्ष उन लोगों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जो शारीरिक कमजोरी, पाचन तंत्र की गड़बड़ी, डायबिटीज, मोटापा या अवसाद से पीड़ित हैं।
देवता: अग्नि देव (Fire God)
ग्रह संबंधितता: सूर्य (Sun) — कुछ लोग इसे मंगल ग्रह से जोड़ते हैं, परंतु विशेषज्ञों के अनुसार यह सूर्य से अधिक जुड़ा है।
तत्व: अग्नि तत्व
चक्र: मणिपुर चक्र (Solar Plexus Chakra)
तीन मुखी रुद्राक्ष ब्रह्मा, विष्णु और महेश – त्रिदेवों का प्रतीक भी माना जाता है और त्रिगुण (सत्व, रजस, तमस) को संतुलित करने वाला रत्न है।
जिनका पाचन कमजोर है
जिन्हें खाना हजम नहीं होता
जो चिड़चिड़े और कमजोर दिखते हैं
जिनका मेटाबॉलिज्म असंतुलित है
जो वजन कम या अधिक करना चाहते हैं
जिन्हें डायबिटीज, फैटी लिवर, गैस, या पेट संबंधित समस्याएं हैं
जो तनाव, क्रोध या आत्मविश्वास की कमी से जूझ रहे हैं
यह रुद्राक्ष मणिपुर चक्र को सक्रिय करता है, जो शरीर के मध्य भाग में स्थित है और पाचन, लिवर, अग्नाशय और आत्मबल से संबंधित होता है।
क्षेत्र | लाभ |
---|---|
पाचन तंत्र | जठराग्नि (Digestive Fire) को संतुलित करता है |
मेटाबॉलिज्म | मोटे व पतले दोनों व्यक्तियों में संतुलन लाता है |
आत्मबल | आत्मविश्वास और क्रोध नियंत्रण में सहायक |
डायबिटीज | मणिपुर चक्र को संतुलित कर ब्लड शुगर स्तर को नियंत्रित करता है |
लिवर | फैटी लिवर या अन्य लिवर विकारों में उपयोगी |
पीले रंग का वस्त्र पहनें
एक शांत स्थान पर बैठें, पीले रंग की कल्पना करें
दोनों हाथों की अंजलि मुद्रा बनाकर नाभि के थोड़ा ऊपर रखें
गहरी सांस लेते हुए मंत्र जप करें: “राम”
यह प्रक्रिया प्रतिदिन 3-5 मिनट करें।
प्रकार | दिशा / विधि |
---|---|
गले में | सबसे प्रभावी, हृदय के पास पहनें |
बाएं हाथ में | यदि ब्रेसलेट के रूप में पहनना चाहें |
धागा | लाल या तांबे के रंग का धागा उचित |
धातु | चांदी (Silver) कैपिंग सुरक्षित रहती है, सोने से बचें अगर ग्रह अशुभ हों |
👉 अगर आप 12 मुखी (सूर्य के लिए) भी पहन रहे हों, तो दोनों को एक ही माला में पहन सकते हैं।
यह मंगल दोष के लिए नहीं है (उसके लिए 6 मुखी उपयुक्त है)
यह धन प्राप्ति या पढ़ाई में सफलता के लिए नहीं, बल्कि स्वास्थ्य संतुलन और आत्मबल के लिए है
यह कालसर्प दोष या राहु दोष के लिए नहीं है — ऐसे मामलों में 9 मुखी रुद्राक्ष सहायक होता है
यह रुद्राक्ष शरीर को ऊर्जा रूपांतरण में सहायक बनाता है।
पाचन तंत्र, लिवर, डायबिटीज, तनाव और आत्मविश्वास संबंधी समस्याओं में इसके उपयोग से चमत्कारी सुधार देखने को मिले हैं।
तीन मुखी और पांच मुखी का संयुक्त प्रयोग विशेष रूप से डायबिटीज और फैटी लिवर में अत्यंत लाभदायक होता है।
तीन मुखी रुद्राक्ष अग्नि तत्व का प्रतिनिधित्व करता है और शरीर की भीतरी जठराग्नि को सशक्त करता है। यह रत्न उन सभी के लिए अमूल्य है जो स्वास्थ्य, आत्मबल, और मानसिक संतुलन प्राप्त करना चाहते हैं।
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